सोमवार, 2 मई 2016

Shayari part 18

1. दूर कहाँ तेरे पास ही तो हूँ मैं.....
देख मेरी शायरी में मौजूद हैं..........
"तेरे एहसास"..... बन कर "अल्फाज़"......
2. आपने कहा मोहब्बत पूरी नहीं होती |
हम कहते हैं हर बार ये बात जरुरी नहीं होती ||
मोहब्बत तो वो भी करते हैं उनसे|
जिन्हें पाने की कोई उम्मीद नहीं होती
3. हम भी फूलों की तरह कितने बेबस हैं , कभी
किस्मत से टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते हैं..
4. दोनों की पहली चाहत थी , दोनों टूट के मिला करते थे..
वो वादे लिखा करती थी , में कसमे लिखा करता था !!!
5. क्या मंदिर, क्या मस्जिद, क्या गंगा की धार करे..
वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे.
6. कभी तो खोदकर देखो अपने जिस्म की कब्र,
मिलेगी ख्वाहिशे जिन्हें तुम अन्दर मार देते हाे.
7. इश्क़ है, या, कुछ और, पर, जो तेरे साथ है,
वो किसी और के साथ नही॥
8. ये लफ्ज भी बड़े बेईमान है,
मरहम देने भेजा था, चोट दे आये..!!
9. तु आना हो तो आ तेरी मरजी से....
तु मेरे नसीब में हो या ना हो तुझे में मेरे नसीब मे लाके रहुगा
10. मेरे नज़दीक आ के देख मेरे एहसास कि शिद्दत..
मेरा दिल कितना धड़कता है सिर्फ तेरे नाम के साथ...