सोमवार, 18 जुलाई 2016

Shayari part 103

1. शायरी मेरा शौक नहीं…
ये तो मोहोब्बत की कुछ सज़ाएं है
2. बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना बदलीं जायें,
तो वो आदतें आपका वक़्त बदल देती हैं
3. प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ,
नफरत करुगा तो जिक्र भी नही करुगा
4. मेरी आँखों में वो नशा है..
जो सामने वाले को उलझन में डाल देता है॥
5. रियासते तो आती जाती रहती हे,
मगर बादशाही करना तो..
आज भी लोग हमसे सीखते हे!
6. तुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक़ गया होगा,
चिराग़ ख़ुद भी तो जल-जल के थक गया होगा..
7. तु बस मेरी मोहब्बत को संभाल के रख
दुनिया को मैं अकेले संभाल लुगा
8. ना भगवा मेरा है , ना हरा मेरा है|
हम हिन्दुस्तानी है पूरा तिरंगा मेरा है|
9. मेरे क़दमों में पूरी कायनात भी रख दी गई थी....
हमने तब भी तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया
10. इंसान बिकता है, कितना महँगा या सस्ता
ये उसकी मजबूरी तय करती है..