शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

Shayari part 13

1 - सिखा दी बेवफ़ाई करना ज़ालिम ज़माने ने तुम्हे , कि तुम जो भी सीख जाते हो हम पर ही आजमाते हो .

2 - ” तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी.., एक हम है कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे

3 - “हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं ,, और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम” !!

4 - खुदा भी अब मुझसे बहुत परेशान है…… रोज़ रोज़ जब से दुआ में तुझे मांगने लगा हूँ… .!

5 - आग लगी थी. मेरे घर को. . .
किसी सच्चे दोस्त ने पूछा -:"क्या बचा है. . ? ?
".मैने कहा -:"मैं बच गया हूँ. . ! !".
उसने गले लगाकर कहा -:"फिर जला ही क्या है।

6 - लगता है इस बार मुझे मोहब्बत होकर ही रहेगी ,
आज रात ख्वाब में मैंने खुद को बरबाद होते देखा है…