शनिवार, 21 नवंबर 2015

Shayari Part.43

1. टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता
ऐ बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता
की टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता

2. “जाम पे जाम पीनेसे क्या फायदा,
शाम को पी सुबह उतर जाएगी,
अरे दो बूंद मेरे प्यार की पीले,
जिन्दगी सारी नशे मे गुज़र जाएगी”

3. सांपों के मुकद्दर में वो ज़हर कहां! जो
इंसान आजकल सिर्फ बातों में ही उगल रहा है !
साँप तो कोने में बैठा हँस रहा है ! क्योकि
इन्सान ही आजकल इन्सान को डंस रहा है!

4. जुकी जुकी नजर तेरी, जो कमाल कर जाती हैं
उठती हे एक बार तो, सौ सवाल कर जाती हैं

5. वो नजर कंहा से लाऊँ जो तुम्हें भुला दे,
वो दवा कंहा से लाऊँ जो ईस दर्द को मिटा दे,
मिलना तो लिखा रहेता है तकदिरो में,
पर वो तकदिर कंहा से लाऊँ जो हमको मिला दे..

6. जबसे नज़रें मिलीं है तुमसे..
ऐसा लगता है
जैसे दिल पर दस्तखत हो गये हो तेरे नाम के..

7. ये झूठ है..
के मोहब्बत किसी का दील तोड़ती है......
लोग खुद ही टुटजाते  है....
मोहब्बत  करते-करते...

8. बिन तेरे यह जहा अब नही...
तु है जहा है रब वही...
तु है तो है मायने मेरे...
वरना कोई मेरा मतलब नही...!!

9. रूकती अगर रात तो दिन की सुनाता

अब दिन को क्या कहूं कि रात कैसथी।

10. आइना और दिल वैसे तो दोनो ही बडे नाज़ुक होते है
लेकिन आइने मे तो सभी दिखते है और दिल मे सिर्फ अपने दिखते है..!!