मंगलवार, 10 नवंबर 2015

Shayari Part.28

1. हम जा रहे हैं वहाँ जहाँ दिल की हो कदर..
तुम बैठे रहना अपनी अदायेँ सम्भाल कर...

2. उन्हें शक है के हम उनके लिए जान नहीं दे सकते.
पर हमे खौफ है के वो बहुत रोएंगे, हमे आजमाने के बाद.

3. कौन कहता है के वो मुझसे बिछड़कर खुश है,,,
जरा उसके सामने मेरा नाम तो लेकर देखो...

4. मुद्दतों से उसके इंतजार में हुँ यारों,
कही पढ़ लिया था कि
सच्ची मोहब्बत लौटकर आती है !!

5. सोचा तो यही था कि अब मोहबत नही करेगें,
देखी जो तेरी अदा तो नीयत बदल गई...

6. जब कोई ख्याल दिल से टकराता है,
दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है,
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है,
कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है ..

7. यूँ तो हम अपने आप में गुम थे,
सच तो ये है की वहाँ भी तुम थे..!

8. दूर ही सही मगर दुआ बरसाते हैं...!!!
मेरे जो अपने हैं...सितारे हैं सब...!!!

9. लिख दूं "किताबें" तेरी मासूमियत पर....
फिर डर लगता है ,,
कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार ना हो जाये. .!!!!!

10. मत किया कर अपने दर्द को
शायरी में बयाँ
लोग और टूट जाते है हर लफ्ज को
अपनी दास्तान समझ कर