गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

Shayari Part.54

1. हमारे शहर आ जाओ सदा बरसात रहती है,
कभी बादल बरसते हैं, कभी आँखें बरसती हैं..

2. तेरे बिन' तो सिर्फ साँसे चलती है..जिंदगी तो वो होती है.. जब तू पास होती है..

3. जवाब तो था मेरे पास उन के हर सवाल का..
पर खामोश रहकर मैंने उनको “लाजवाब” बना दिया...

4. क़ाश कोई ऐसा हो, जो गले लगा कर कहे...!! तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है....!!

5. वाह वाह बोलने की आदत डाल लो दोस्तों ,
मै मोहब्बत में अपनी बरबादियां लिखने वाला हुं..

6. शायर बना दिया अधूरी मोहब्बत ने…
मोहब्बत अगर पूरी होती तो हम भी एक ‪ग़ज़ल‬ होते

7. क्यों एक दिल को दूसरे दिल की खबर ना हो..
वह दर्द ए इश्क ही क्या जो इधर हो और उधर ना हो..

8. कमाल है ना आखें तालाब नहीं, फिर भी, भर आती हैं…
और… इंसान मौसम नहीं, फिर भी, बदल जाता है…

9. जानते हो महोब्बत किसे कहते हैं ?
किसी को सोचना, फिर मुस्कुराना और
फिर आसू बहाते हुए सो जाना..

10. जलते हुए दिल को और मत जलाना,
रोती हुई आँखों को और मत रुलाना,
आपकी जुदाई में हम पहले से मर चुके है,
मरे हुए इंसान को और मत मारना.