गुरुवार, 10 दिसंबर 2015

Shayari Part.73

1. होश वालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज़ है,
इश्क़ कीजिए फिर समझिए जिंदगी क्या चीज़ है !!!

2. मुद्दतों बाद किसी ने पूछा कहा रहते हो...
हमने मुस्कुरा कर कहा अपनी औकात में!!!

3. क्या कशिश है तेरी आँखों में मत पूछ..
मेरी आँखें कुछ भी देखती नहीं तेरी आँखों के सिवा..

4. दिल के दरवाजों को हमेशा ही खुला रखता हुँ,
कहा है उन्होनें` "देर लगेगी पर आयेंगे जरूर"

5. बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि
इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!

6. "जो दिल को अच्छा लगता है,
उसी को दोस्त कहता हूँ..
मुनाफ़ा देखकर रिश्तों की सियासत,
मैं नही करता..!!"

7. तुझे जींदगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे भुल भी नहीं पाया

8. दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,दोस्ती ही सुख दुख
की पहचान होती है,रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,क्योकी
दोस्ती जरा सी नादान होती है..

9. रिश्तों में दूरियां तो आती रहती हैं;
फिर भी दूरियां दिलों को मिला देती हैं;
वो रिश्ता ही क्या जिसमें नाराज़गी ना हो;
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है।

10. जीने की दुआ देकर वो ज़िन्दगी ले गया
कैसी थी ये दुआ की वो आकर मेरी हर ख़ुशी ले गया...