शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

Shayari Part.65

1. होता अगर मुमकिन, तुझे साँस बना कर रखते सीने में,
तू रुक जाये तो मैं नही, मैं मर जाऊँ तो तू नही..

2. कुछ इस तरह वो मेरी बातों का ज़िक्र किया करती है....
सुना है वो आज भी मेरी फिक्र किया
करती है....!!

3. मुहब्बत के काफ़िले कुछ देर तो रोक लो
हम भी आते है अभी पाँव से कांटे निकाल कर

4. मुझे बस इतना बता दो.
इंतजार करु या बदल जाऊ तुम्हारी तरह..

5. बस इक झिजक है यही हाल-ए-दिल सुनाने मे...
कि तेरा ज़िक्र भी आएगा इस फ़साने मे...

6. प्यार हर इंसान को आजमाता है,..
किसी से रूठ जाता है तो किसी पे मुस्कुराता है,....

7. दिल ने कहा तुम आज भी मेरे अपने हो....
फर्क बस इतना है कि अब मनाने नही आता..

8. बात इतनी सी थी ,कि तुम अच्छे लगते थे.
अब बात इतनी बढ़ गई, कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता.

9. तू रूठा रूठा सा लगता है कोई तरकीब बता मनाने की
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा तू क़ीमत बता मुस्कुराने की….

10. सिर्फ एक बार चूमा था,
पगली के होठों को...
लोगो ने बस्ती से निकाल दिया,
शराब पीने के इल्ज़ाम में...!!