शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

Shayari Part.57

1. गुजरे हैं आज इश्क में हम उस मुकाम से , नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से.

2. नमक की तरह हो गयी है जिंदगी, लोग स्वादानुसार इस्तेमाल कर लेते हैं !!!

3. टूट जायेगी तुम्हारी ज़िद की आदत उस दिन,
जब पता चलेगा की याद करने वाला अब याद बन गया..

4. दिल्लगी कर जिंदगी से, दिल लगा के चल .जिंदगी है थोड़ी, थोडा मुस्कुरा के चल .

5. ख़ुशी तकदीरो में होनी चाहिए,
तस्वीरो में तो हर कोई खुश नज़र आता है .

6. सहारे ढूढ़ने की आदत नही हमारी ।
हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हे

7. करने तबाह मोहब्बत के बहाने ले गया,
एक परिंदा आकर मेरी उड़ाने ले गया
कल गली से उनकी गुज़रे तो लगा,
कोई आकर मोहब्बत के ज़माने ले गया!!

8. सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना एक बार महबूब के गले लग कर मिलता है....!!

9. माना‬ ‪कि‬ ‪अभी‬ ‪नाम‬ ‪और‬ पहचान छोटी है,
लेकिन‬ एक‬ ‪दिन‬ ‪लोग लाईन लगाएंगे‬ ईस‬ ‪चेहरे ‪से‬ मिलने ‪के‬ ‪लिए‬..

10. ए खुदा..!! मुझे प्यार उसी से हो जो....
मुझे पाकर प्यार में पागल हो जाए....!!