शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

Shayari Part.56

1. "आँखों से आंसू न निकले तो दर्द बड जाता है,
उसके साथ बिताया हुआ हर पल याद आता है,
शायद वो हमें अभी तक भूल गए होंगे,
मगर अभी भी उसका चेहरा सपनो में नज़र आता है."

2. "आप  बेवफा  होंगे  सोचा  ही  नहीं  था, आप भी  कभी  खफा  होंगे  सोचा नहीं  था,
जो  गीत  लिखे  थे  कभी  प्यार  पर  तेरे,
वही  गीत  रुसवा  होंगे  सोचा  ही  नहीं  था."

3. "इक जाम-ए-जुनूं को लबों से लगाया है, दिल को इक नये ग़म का नशा कराया है,
ये कैसी हलचल मची है, महफ़िल में
क्या कोई चाक जिगर महफ़िल में आया है"

4. "शायरी इक शरारत भरी शाम है,
हर सुख़न इक छलकता हुआ जाम है,
जब ये प्याले ग़ज़ल के पिए तो लगा
मयक़दा तो बिना बात बदनाम है"

5. उसने बड़ी बेरुखी से कहा " बस ,
अब जुदा होना है "
और आज दिल- ए- बरबाद में सिर्फ
शोला और चिन्गारी है.

6. कुछ दूर हमारे साथ चलो,
हम दिल की कहानी कह देगे।
समझे ना जिसको तुम आखो से,
वो बात जुबां से कह देगे।

7. "हर रोज़ पीता हूँ तेरे छोड़ जाने के ग़म में,
वर्ना पीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं,
बहुत याद आते है तेरे साथ बीताये हुये लम्हें,
वर्ना मर मर के जीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं."

8. "कुछ  नशा  तो  आपकी  बात  का  है,
कुछ  नशा  तो  धीमी  बरसात  का  है,
हमें  आप  यूँ  ही शराबी  ना  कहिये,
इस दिल पर असर  तो आप से मुलाकात का है"

9. "जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,
वो हम ही से बेगाने हो गए,
शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की,
क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए."

10. टूटे हुए सपनो और छुटे
हुए अपनों ने मार दिया वरना
ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना
सिखने आया करती थी !!